परिणाम
कर्मप्रधान है जीवन जग का,
कर्म से ही मिलता परिणाम,
हम चाहें या ना भी चाहें,
हर्षाता भी है परिणाम,
कभी रुलाता भी परिणाम,
कभी निराशा से भर देता,
साहस भी देता परिणाम.
अक्सर अच्छे काम का अच्छा,
होता देखा है परिणाम,
कभी-कभी पर धोखे का भी,
भान कराता है परिणाम.
सही राह पर चलते जाना,
जो चाहो अच्छा परिणाम,
भटक गए और अटक गए तो,
सोचो क्या होगा परिणाम!
जोश-होश से काम करो तो,
मिलती सफलता है अविराम,
धैर्य-दृढ़ता मन में हो तो,
मिलता है मंगल परिणाम.
अटल इरादे सफल बनाते,
कोरे वादे न आते काम,
अपने लक्ष्य पर नजर हमेशा,
रखना जो चाहो शुभ परिणाम.
— लीला तिवानी
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