कविता

कविता

मेरी जिंदगी का हिस्सा है,

 मेरे दिल का टुकड़ा है ,

इससे ही मेरी जिंदगी में खुशियां हैं।

 वह मेरी जान है,

 वह ही मेरा जहान है,

मेरा सब कुछ उस पर कुर्बान है।

हर कदम पर साथ रहे ,

यही मेरी दुआ हर बार दुआ रहे।

उससे बस्ती मेरी दुनिया है,

 वही मेरी हिम्मत है,

मेरी फैमिली ही मेरी जान है।

 — संजना

 बीए फर्स्ट ईयर की छात्रा

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- [email protected] M- 9876777233