कविता
मेरी जिंदगी का हिस्सा है,
मेरे दिल का टुकड़ा है ,
इससे ही मेरी जिंदगी में खुशियां हैं।
वह मेरी जान है,
वह ही मेरा जहान है,
मेरा सब कुछ उस पर कुर्बान है।
हर कदम पर साथ रहे ,
यही मेरी दुआ हर बार दुआ रहे।
उससे बस्ती मेरी दुनिया है,
वही मेरी हिम्मत है,
मेरी फैमिली ही मेरी जान है।
— संजना
बीए फर्स्ट ईयर की छात्रा