गीतिका/ग़ज़लपद्य साहित्य

गीतिका

नटवर नागर पुनः सुना दो,मीठी मुरली तान।
अधरों पर फिर लगे तैरने,प्यारी सी मुस्कान।।1

जीवन समर जीतना मुश्किल,चिंतित दिखता पार्थ,
एक बार प्रभु बनो सारथी, दे दो गीता ज्ञान। 2

प्रणय निवेदन तुम स्वीकारो,दे दो थोड़ा प्यार।
बात बात पर करना छोड़ो, भौहें तीर कमान।3

मन- मंदिर में बसा हुआ है,तेरा प्यारा रूप,
ठुकराया तो मिट जाऊँगा,कर इसका अनुमान।4

धन का अर्जन करते रहिए,चलकर सच्ची राह,
संचय करना उचित नहीं है, देते रहिए दान।5

कैसी अजब व्यवस्था ढुलमुल, समझ न आती रीत,
सबको भोजन जो देता वह,भूखा मरे किसान।6

नेक राह पर सदा चलें सब,करें न कोई भूल,
रहें परस्पर प्रेम भाव से,दो सन्मति भगवान।7
डाॅ. बिपिन पाण्डेय

डॉ. बिपिन पाण्डेय

जन्म तिथि: 31/08/1967 पिता का नाम: जगन्नाथ प्रसाद पाण्डेय माता का नाम: कृष्णादेवी पाण्डेय शिक्षा: एम ए, एल टी, पी-एच डी ( हिंदी) स्थाई पता : ग्राम - रघुनाथपुर ( ऐनी) पो - ब्रह्मावली ( औरंगाबाद) जनपद- सीतापुर ( उ प्र ) 261403 रचनाएँ (संपादित): दोहा संगम (दोहा संकलन), तुहिन कण (दोहा संकलन), समकालीन कुंडलिया (कुंडलिया संकलन), इक्कीसवीं सदी की कुंडलियाँ (कुंडलिया संकलन) मौलिक- स्वांतः सुखाय (दोहा संग्रह), शब्दों का अनुनाद (कुंडलिया संग्रह), अनुबंधों की नाव (गीतिका संग्रह), अंतस् में रस घोले ( कहमुकरी संग्रह), बेनी प्रवीन:जीवन और काव्य (शोध ग्रंथ), मंथन का निष्कर्ष ( कुंडलिया संग्रह) साझा संकलन- कुंडलिनी लोक, करो रक्त का दान, दोहों के सौ रंग,भाग-2, समकालीन मुकरियाँ ,ओ पिता!, हलधर के हालात, उर्वी, विवेकामृत-2023,उंगली कंधा बाजू गोदी, आधुनिक मुकरियाँ, राघव शतक, हिंदी ग़ज़ल के साक्षी, समकालीन कुंडलिया शतक, समकालीन दोहा शतक और अनेकानेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं का निरंतर प्रकाशन। पुरस्कार: दोहा शिरोमणि सम्मान, मुक्तक शिरोमणि सम्मान, कुंडलिनी रत्न सम्मान, काव्य रंगोली साहित्य भूषण सम्मान, साहित्यदीप वाचस्पति सम्मान, लघुकथा रत्न सम्मान, आचार्य वामन सम्मान चलभाष : 9412956529