गीतिका
भारत माँ की लाज बचाना। राष्ट्र धर्म को सदा निभाना।।1 जाति धर्म मजहब के कारण, बँटे हुओं को गले लगाना।2
Read Moreगीतिका लिखता रहूँ नित काव्य नूतन प्यार दे माँ शारदे।मम लेखनी को भाव का उपहार दे माँ शारदे।।1 भावुक नहीं
Read More(संविधान दिवस पर)मैं भारत का संविधान हूँ , अपनी व्यथा सुनाता हूँ।क्या- क्या मेरे सँग होता है,सारी बात बताता हूँ।कसमें
Read More(संविधान दिवस पर)मैं भारत का संविधान हूँ , अपनी व्यथा सुनाता हूँ।क्या- क्या मेरे सँग होता है,सारी बात बताता हूँ।कसमें
Read Moreआधार छंद-गंगोदक212 212 212 212,212 212 212 212 आपका नेह मुझको सदा माँ मिले,सोचकर भाव यों गुनगुनाता रहूँ।मैं हमेशा रहूँ
Read Moreसमीक्ष्य कृति: आँगन की दीवारों से ( ग़ज़ल संग्रह) कवि: नंदी लाल ‘निराश’ प्रकाशक: निष्ठा प्रकाशन,गाज़ियाबाद ( उ प्र) प्रकाशन
Read More