कविता

सेंटा क्लाज

क्रिसमस पर्व आते ही
बच्चों के चेहरे खिल जाते हैं।
ईसा मसीह के जन्मदिवस पर
उत्साह से जश्न मनाते हैं।
क्रिसमस ट्री सजाते हैं
चर्चा को खूब सजाते हैं,
बच्चे खूब उत्साहित होते
बहुत उछल कूद मनाते हैं
लाल सफेद वस्त्रों में सजे
लाल टोपी, परिधान पहने
उजली दाढ़ी मूँछधारी
सेंटा क्लॉज के आने का
बेसब्री से बच्चे करते इंतजार।
उन्हें विश्वास होता है
कि सेंटा क्लॉज आयेगा,
टॉफी,चॉकलेट उपहारों से भरी,
झोली साथ में लाएगा।
और जब सैंटा क्लॉज आता है
उपहार पाकर बच्चों के चेहरे पर
पावन मुस्कान आ जाता है।
सेंटा क्लाज आता, उपहार बांटता भी है
साथ क्रिसमस पर्व का संदेश भी देता है
मिल जुलकर रहे हम सब
त्योहार मनाएँ, भाईचारा निभाएँ,
भारतवासी आपस में प्रेम के
सुगंधित फूल खिलाएँ ,
और देश दुनिया को ये सुखद संदेश
सुनाएं और पहुंचाएं।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921