समाचार

प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे को 3000 डिजीटल सम्मान पत्र

मंडला–कहते हैं कि आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है।उसी मान्यता के अनुसार जब कोविड (कोरोना) के कारण सारे देश में लाकडाउन हुआ,और आवाजाही रुक गई,तो साहित्यिक गतिविधियों को निर्बाध रखने हेतु गूगल/ज़ूम/स्ट्रीमयार्ड पर आनलाईन काव्यगोष्ठियों व फेसबुक पर एकल काव्य पाठों का सिलसिला प्रारंभ हुआ,और साहित्यकारों का बड़ा समूह घर बैठे ही काव्य प्रस्तुतियों से जुड़ गया।इसके अतिरिक्त व्हाइट्सएप व फेसबुक समूहों के माध्यम से विभिन्न विषयों पर सतत् लेखन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाने लगीं,और सुयोग्य श्रेष्ठ कवि/लेखकों को सम्मान पत्र वितरित किए जाने लगे। 

     इस धारा में 1973 से सतत् सृजन करने वाले व साहित्यिक गतिविधियों में तल्लीन वरिष्ठ साहित्यकार/कवि/लेखक,सैकड़ों पत्र-पत्रिकाओं में सतत् प्रकाशित अनेक कृतियों के सृजक/रेडियो-टीवी के अंतर्राष्ट्रीय चैनलों व मंचों के प्रस्तोता ,साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के अवार्ड सहित अनेक संस्थाओं व सम्मानों से अलंकृत इतिहासकार व वर्तमान में शासकीय जेएमसी महिला महाविद्यालय मंडला के प्राचार्य स्वनामधन्य व्यक्तित्व प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे भी शामिल हुए और लगातार उत्कृष्टता के साथ व्यापक व गुणवत्तापूर्ण भागीदारी कर सम्मान पत्र हासिल किए।

     प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे बीते इन चार तक वर्षों में 3000 सम्मान पत्र देश भर की संस्थाओं व व्हाइट्सएप-फेसबुक समूहों से प्राप्त कर चुके हैं,और अभी भी आगे की ओर बढ़ रहे हैं।उनकी इस बड़ी उपलब्धि व कीर्तिमान पर मंडला में हर्ष व्याप्त है।

प्रो.शरद नारायण खरे किये गये सम्मानित

मंडला –ऐतिहासिक,कवि-लेखक, अनेक कृतियों के रचयिता,साहित्य अकादमी मप्र से पुरस्कृत,शासकीय स्नातक महाविद्यालय में प्राचार्य के पद पर पदस्थ सुपरिचित व्यक्तित्व प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मंडला में “राष्ट्रीय युवा दिवस” के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित कर उनका स्वागत-अभिनंदन व सम्मान किया गया।

  ‌‌प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे ने प्रभावशाली व्याख्यान देकर सबको प्रभावित किया।

*प्रो. शरद नारायण खरे

प्राध्यापक व अध्यक्ष इतिहास विभाग शासकीय जे.एम.सी. महिला महाविद्यालय मंडला (म.प्र.)-481661 (मो. 9435484382 / 7049456500) ई-मेल[email protected]