क्षणिका ठण्ड *ब्रजेश गुप्ता 07/01/202407/01/2024 ठण्ड तो आलसी निठल्ले भरे पेट वालों के लिए है खाली पेट तो अल्ल सुबह ही निकल जाता है रोटी की तलाश में