राम सत्य है सदा से
वर्षों की तपस्या का आज मिला है पावन फल|
सत्य की होती है जीत बाकी सब निरर्थक निष्फल|
आज सनातनी एक हुए तो राममय हुआ संसार|
हर जन-जन,कण -कण में छाई है खुशियां अपार|
कार सेवकों के रुधिर से सना सरयू का पानी था|
उनको भूल न जाना जिसका ना कोई सानी था||
उनके ही बलिदानों का अब मिला सुखद परिणाम|
जय श्री राम के नारो से गूँज रहा अयोध्या धाम||
जब तंबू में थे भगवान राम तब खड़े सब थे मौन |
आज सवाल पूछने वाले तुम बताओ होते हो कौन||
राम से ही होता आरंभ श्री राम से ही होता है अंत|
क्या करें उनकी बखान उनकी महिमा है अनंत||
सोहर या विवाह के गीत सब में होता राम का नाम
उनके नाम के बिना सफल नहीं होता कोई काम|
जय श्री राम जय श्री राम अब बोलो सब अनवरत|
राम को खुद में रमाओ ये प्रयास करते रहना सतत||
— सविता सिंह मीरा