देशभक्ति छंद
गली,हर मोड़, नुक्कड़ पर,शहीदों की निशानी हो।
हमारे गीत, ग़ज़लों में, शहीदों की कहानी हो।
भगत सुखदेव किस्सा हैं, शहादत की लड़ाई का,
शहीदों के शहादत की, कहानी बस ज़ुबानी हो।
ये पुलवामा शहीदों के शहादत की कहानी है।
हमें यह फरवरी हरगिज, नहीं चौदह भुलानी है।
मगर जो भूल जाते हैं, शहीदों की शहादत को,
वही पत्थर दिलों के हैं, उन्हीं का खूंन पानी है।