गीतिका/ग़ज़ल

प्रीत सजाओ बड़े मजे से

खुशियां पाओ बड़े मजे से ,
दुख ठुकराओ बड़े मजे से।

रात नशीली बोर करे तब ,
घर जाओ जी बड़े मजे से।

बड़े सवेरे महके बगिया ,
सैर पे जाओ बड़े मजे से।

जीवन में गर दुख ना आए ,
खैर मनाओ बड़े मजे से।

छुट्टी हो तो पिकनिक जाओ ,
ख़ुशी मनाओ बड़े मजे से।

दिल से दिल को ख़ुशी मिले तो ,
प्रीत सजाओ बड़े मजे से।

जब गुस्सा हो जाए सजनी ,
हाथ जोड़ लो बड़े मजे से।

— महेंद्र कुमार वर्मा

महेंद्र कुमार वर्मा

द्वारा जतिन वर्मा E 1---1103 रोहन अभिलाषा लोहेगांव ,वाघोली रोड ,वाघोली वाघेश्वरी मंदिर के पास पुणे [महाराष्ट्र] पिन --412207 मोबाइल नंबर --9893836328