कुण्डली/छंद केजरीवाल चले ससुराल सुरेश मिश्र 22/03/202422/03/2024 सिसक रही हैं आतिशी, रोवें भारद्वाजबिलखि रहे गोपाल जी, मान दिखें नाराजमान दिखें नाराज, भारती पीटें छातीये शराब का नशा, बन गई साढ़ेसातीकह सुरेश कुर्सी मुट्ठी से खिसक रही हैंझाड़ू छाती पीट पीटकर सिसक रही है — सुरेश मिश्र