बाल कविता

आओ हम स्कूल चले 

आओ हम स्कूल चलें 

नव भारत का निर्माण करें।

छूट गया है जो 

बंधन भव का 

आओ मिलकर उसको 

पार करें,

आओ हम स्कूल चलें …..

जाकर स्कूल हम

गुरुओं का मान करें 

बड़े बूढ़ों का कभी न

हम अपमान करें,

आओ हम स्कूल चलें…….

जाकर स्कूल हम 

दिल लगाकर पढ़ेंगे

मौज मस्ती और खेलकूद भी 

खूब करेंगे,

आओ हम स्कूल चले…….

क ख ग का गान कर 

हम हिंदी का मान बढ़ाएंगे।

एक दो तीन चार पढ़ कर

गणित का ज्ञान भी करेंगे।

आओ हम स्कूल चलें…….

— डॉ.राजीव डोगरा

*डॉ. राजीव डोगरा

भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा कांगड़ा हिमाचल प्रदेश Email- [email protected] M- 9876777233