कविता

यमराज का हुड़दंग

जब से कट्टर ईमानदार नेता को अगवाकर मंदिर में पूजा करने के लिएगाजे बाजे के साथ ले जाया गया,बेचारे यमराज का दिल टूट गया,अब वो हाथ जोड़कर सरकार को धमका रहा हैकि ये ज़ुल्म स्वीकार नहीं चिल्ला चिल्ला कर कह रहा हैहम भी यमलोक में धरना प्रदर्शन हड़ताल करेंगे,शासन, प्रशासन की नाक में दम कर देंगेवरना मेरी मांग पर तुरंत विचार करो।ईडी, सीबीआई, कोर्ट कचहरी सब झूठे हैंहमारे शीर्ष नेता ही इस दुनिया मेंएक मात्र कट्टर ईमानदार और सच्चे हैं,बस वही अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभातै हैंयह और बात है कि जो कहते हैं ठीक उसका उलटा ही करते हैं,जैसे हैं वैसा बिल्कुल नहीं दिखते हैंकुर्सी से इतना प्रेम है कि घर हो या मंदिर मस्जिदकिसी कीमत पर उसे छोड़ नहीं सकते हैं।वैसे भी वो कहीं भी रहें, कुछ भी करेंइससे हमें, आपको या दुनिया को क्या?वो जनता के मसीहा, बेटा, भाई हैंक्या सरकार को अब तक नहीं पता?ये सरासर सरकार की नाकामी है।जो सरकार को भी आज तक नहीं पता चल पायाकि एक अदद उनकी पार्टी और उनके नेता ही ईमानदार हैं।ठीक वैसे ही जैसेउनके सबसे बड़े नेता कट्टर ईमानदार हैं।ये बात हम कसम खाकर बोल रहे हैं,अब बस बहुत हुआ मेरी बात समझ लो सरकार,या फिर होली की हड़ताल का ऐलान करो स्वीकार ।हम यमलोकवासी धरती पर आकरधरना प्रदर्शन हड़ताल करेंगेसंसद भवन का घेराव करेंगे,रेल, हवाई, सड़क मार्ग सब ठप कर देंगेसरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।किसी मुगालते में न रहना हूजूरआप चुनाव लड़ो ,सारी सीटें जीतकर सरकार बना लोइससे मुझे फर्क नहीं पड़ने वाला,अब ये यमराज सपरिवार धरा पर आकरसमूचे तंत्र से है लड़ने वाला।कुछ भी करना पड़े वो हम सब करेंगे,अपने सबसे प्यारे नेता के लिए जान दे देंगे,पर कट्टर ईमानदार का तमगा अपने नेता सेकिसी और को कभी न लेने देंगे।दुनिया होली खेले या दीवाली मनाएंमैं तो अपने नेता के साथ ही होली खेलूंगा,उनके माथे पर काला टीका लगाऊंगाउनके गाल पर काला रंग पोत भालू बनाऊंगा,यमलोक का गुझिया पापड़ रसगुल्ला खिलाऊंगापूरी ईमानदारी से उन्हें ढांढस भी बंधाऊगा,कट्टर ईमानदार का यमलोकी तमगाउसके गले में फिर से पहनाऊंगा,मिलकर होली का हुड़दंग मचाऊंगा।बुरा न मानो होली कहकर सबको चिढ़ाऊंगा,जो काम उनके शुभचिंतक और करीबी नेता न कर पाये,कसम कुर्सी की वो काम मैं अकेला कर जाऊंगाआप को लालीपाप दिखाऊंगाआखिर आप मेरा बिगाड़ ही क्या लोगे?जब मैं होली पर इतना हुड़दंग मचाऊंगा,अपना काला रंग यहीं छोड़ यमलोक भाग जाऊंगा।ईडी, सीबीआई या देश भर की सेना मेरे पीछे लगा दो,इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस जारी कर दोपर मैं किसी के हाथ नहीं आऊंगा।अपने नेता की तरह बेवकूफ नहीं कहाऊंगा।

जब से कट्टर ईमानदार नेता को अगवाकर 

मंदिर में पूजा करने के लिए

गाजे बाजे के साथ ले जाया गया,

बेचारे यमराज का दिल टूट गया,

अब वो हाथ जोड़कर सरकार को धमका रहा है

कि ये ज़ुल्म स्वीकार नहीं चिल्ला चिल्ला कर कह रहा है

हम भी यमलोक में धरना प्रदर्शन हड़ताल करेंगे,

शासन, प्रशासन की नाक में दम कर देंगे

वरना मेरी मांग पर तुरंत विचार करो।

ईडी, सीबीआई, कोर्ट कचहरी सब झूठे हैं

हमारे शीर्ष नेता ही इस दुनिया में

एक मात्र कट्टर ईमानदार और सच्चे हैं,

बस वही अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभातै हैं

यह और बात है कि जो कहते हैं 

ठीक उसका उलटा ही करते हैं,

जैसे हैं वैसा बिल्कुल नहीं दिखते हैं

कुर्सी से इतना प्रेम है कि घर हो या मंदिर मस्जिद

किसी कीमत पर उसे छोड़ नहीं सकते हैं।

वैसे भी वो कहीं भी रहें, कुछ भी करें

इससे हमें, आपको या दुनिया को क्या?

वो जनता के मसीहा, बेटा, भाई हैं

क्या सरकार को अब तक नहीं पता?

ये सरासर सरकार की नाकामी है।

जो सरकार को भी आज तक नहीं पता चल पाया

कि एक अदद उनकी पार्टी 

और उनके नेता ही ईमानदार हैं।

ठीक वैसे ही जैसे

उनके सबसे बड़े नेता कट्टर ईमानदार हैं।

ये बात हम कसम खाकर बोल रहे हैं,

अब बस बहुत हुआ मेरी बात समझ लो सरकार,

या फिर होली की हड़ताल का ऐलान करो स्वीकार ।

हम यमलोकवासी धरती पर आकर

धरना प्रदर्शन हड़ताल करेंगे

संसद भवन का घेराव करेंगे,

रेल, हवाई, सड़क मार्ग सब ठप कर देंगे

सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।

किसी मुगालते में न रहना हूजूर

आप चुनाव लड़ो ,सारी सीटें जीतकर सरकार बना लो

इससे मुझे फर्क नहीं पड़ने वाला,

अब ये यमराज सपरिवार धरा पर आकर

समूचे तंत्र से है लड़ने वाला।

कुछ भी करना पड़े वो हम सब करेंगे,

अपने सबसे प्यारे नेता के लिए जान दे देंगे,

पर कट्टर ईमानदार का तमगा अपने नेता से

किसी और को कभी न लेने देंगे।

दुनिया होली खेले या दीवाली मनाएं

मैं तो अपने नेता के साथ ही होली खेलूंगा,

उनके माथे पर काला टीका लगाऊंगा

उनके गाल पर काला रंग पोत भालू बनाऊंगा,

यमलोक का गुझिया पापड़ रसगुल्ला खिलाऊंगा

पूरी ईमानदारी से उन्हें ढांढस भी बंधाऊगा,

कट्टर ईमानदार का यमलोकी तमगा

उसके गले में फिर से पहनाऊंगा,

मिलकर होली का हुड़दंग मचाऊंगा।

बुरा न मानो होली कहकर सबको चिढ़ाऊंगा,

जो काम उनके शुभचिंतक और करीबी नेता न कर पाये,

कसम कुर्सी की वो काम मैं अकेला कर जाऊंगा

आप को लालीपाप दिखाऊंगा

आखिर आप मेरा बिगाड़ ही क्या लोगे?

जब मैं होली पर इतना हुड़दंग मचाऊंगा,

अपना काला रंग यहीं छोड़ यमलोक भाग जाऊंगा।

ईडी, सीबीआई या देश भर की सेना मेरे पीछे लगा दो,

इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस जारी कर दो

पर मैं किसी के हाथ नहीं आऊंगा।

अपने नेता की तरह बेवकूफ नहीं कहाऊंगा। 

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921