सिध्दार्थ से बुद्ध
घर से निकले सिद्धार्थ
राजपाठ का छोड़ स्वार्थ ।
बोधिसत्य की खोज में
दिया संदेश करों परमार्थ ।।
सिध्दार्थ से बुद्ध हो गए
बौद्ध धर्म से शुद्ध हो गए ।
बोधि वृक्ष की छाया बैठे
ज्ञानी घट प्रबुद्ध हो गए ।।
बुद्ध के पंचशील संदेश
करे जो दूर बुराई का वेश ।
विश्वभर में भरें सुख-शांति
हरें वे मानवता के क्लेश ।।
— गोपाल कौशल भोजवाल