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माँ

माँ

एक दस साल का बच्ची मंदिर के बाहर बैठी आते-जाते लोगों के सामने हाथ फैलाए भीख मांग रही थी। मैं अक्सर मंदिर आता हूँ। उसे आज पहली बार देख रहा था।‌ जब मैं उसके नजदीक पहुंचा, तो बोली- ‘बाबूजी बहुत भूख लगी है। दो दिन से मुझको कुछ खाने के लिये दे दीजिए। भगवान आपका भला करेगा।’
उसकी याचिका भरी निगाहें मेरे चेहरे पर टिकी हुई थीं। मैं मना नहीं कर सका और अपने हाथों में रखे प्रसाद और फल उसको देकर बाहर आ गया। मैंने देखा कि वह लड़की तुरंत वहाँ से उठकर जाने लगी। महज जिज्ञासावश में उसके पीछे – पीछे चलने लगा।
थोड़ी ही दूर चलने के बाद मैंने देखा वह अपनी झोपड़ी नुमा घर में घुस गई। मैं बाहर ही खड़ा रहा।
“माँ, ये देखो, मैं आपके लिए मंदिर से प्रसाद लाई हूँ।‌ खा लीजिए फिर दवाई खानी है आपको। डॉक्टर साहब ने आपको कुछ खाने के बाद ही दवाई खिलाने के लिए कहा था।”
“पर दवाई कहाँ है ?”
“माँ, वह मैंने दवाई दुकान से खरीद ली है। आप बस ये प्रसाद खा लीजिए।”
“दवाई के पैसे कहाँ से आए तुम्हारे पास ?”
“मैंने अपनी मैडल बेच दी, जो मुझे पिछले साल क्लास में फर्स्ट आने पर मिली थी।”
“क्या…?”
“हाँ माँ, मैडल तो मुझे फिर भी कई मिल जाएँगे, पर माँ…”
माँ ने बेटी को सीने से लगा लिया। तभी मैं दरवाजा खटखटाया और बोला, “क्या मैं अंदर आ सकता हूँ ?”
“हाँ आ जाइए। दरवाजा खुला है।” माँ ने कहा।
“मैं सी.एम. हाउस से आया हूँ। आपकी बेटी ने क्लास में टॉप किया है। इसलिए मुख्यमंत्री जी ने पुरस्कार स्वरूप ये पाँच हजार रुपए भिजवाए हैं। ये रखिए और इस कागज पर पावती दे दीजिए।” मैं एक साधारण कागज पर पावती बना कर उससे पावती ले लिया।
मैं पहली बार किसी को वपसी की उम्मीद के बिना ही इतना अधिक पैसा देकर बहुत खुश था।

  • डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
    रायपुर, छत्तीसगढ़

*डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा

नाम : डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा मोबाइल नं. : 09827914888, 07049590888, 09098974888 शिक्षा : एम.ए. (हिंदी, राजनीति, शिक्षाशास्त्र), बी.एड., एम.लिब. एंड आई.एससी., (सभी परीक्षाएँ प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण), पीएच. डी., यू.जी.सी. नेट, छत्तीसगढ़ टेट लेखन विधा : बालकहानी, बालकविता, लघुकथा, व्यंग्य, समीक्षा, हाइकू, शोधालेख प्रकाशित पुस्तकें : 1.) सर्वोदय छत्तीसगढ़ (2009-10 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 2.) हमारे महापुरुष (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 10-10 प्रति नि: शुल्क वितरित) 3.) प्रो. जयनारायण पाण्डेय - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 4.) गजानन माधव मुक्तिबोध - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 5.) वीर हनुमान सिंह - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 6.) शहीद पंकज विक्रम - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 7.) शहीद अरविंद दीक्षित - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 8.) पं.लोचन प्रसाद पाण्डेय - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 9.) दाऊ महासिंग चंद्राकर - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 10.) गोपालराय मल्ल - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 11.) महाराज रामानुज प्रताप सिंहदेव - चित्रकथा पुस्तक (2010-11 में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 1-1 प्रति नि: शुल्क वितरित) 12.) छत्तीसगढ रत्न (जीवनी) 13.) समकालीन हिन्दी काव्य परिदृश्य और प्रमोद वर्मा की कविताएं (शोधग्रंथ) 14.) छत्तीसगढ के अनमोल रत्न (जीवनी) 15.) चिल्हर (लघुकथा संग्रह) 16.) संस्कारों की पाठशाला (बालकहानी संग्रह) 17.) संस्कारों के बीज (लघुकथा संग्रह) अब तक कुल 17 पुस्तकों का प्रकाशन, 80 से अधिक पुस्तकों एवं पत्रिकाओं का सम्पादन. अनेक पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादक मण्डल सदस्य. मेल पता : [email protected] डाक का पता : डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा, विद्योचित/लाईब्रेरियन, छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम, ब्लाक-बी, ऑफिस काम्प्लेक्स, सेक्टर-24, अटल नगर, नवा रायपुर (छ.ग.) मोबाइल नंबर 9827914888

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