नुक्स निकालने का हुनर
यह आम बात नहीं है,
हुनरमंद हाथों से निकली हुई आवाज है,
तब हम कह सकेंगे,
नुक्स निकालने में लगे हुए सफ़ल आगाज़ है।
सफलता दिलाने में,
इस इल्म की बारिकियों को समझने की जरूरत है,
इस कारण से,
इसकी सोहबत में रहना चाहिए यहां,
बढ़ सकती तब अहमियत है।
अपने दिल में बसी हुई खुशियां को,
सम्भालकर रखनी चाहिए यहां।
इस बेशकीमती अज़ीज़ दोस्तों में ही,
जिंदगी जीने का सलीका दिखता है,
इस कारण से,
इसकी अहमियत समझनी चाहिए हमें यहां।
मैं इस जहां में,
बिल्कुल अकेला था,
हमेशा साथ-साथ चलने की कोशिश करता रहा,
फिर क्यों दुआओं से,
जुझना पड़ता रहा,
इसके पीछे छिपे पुख्ता कारण को,
मैं बिल्कुल समझने से दूर ही रह सका।
आज़ मजबूरी है,
उनकी सोहबत में रहना चाहिए बस यहां,
सही क़दम उठाने वाले शखिसियत ही आगे बुलन्दी पर,
पहुंचने में सफल हो सकेंगे यहां।
इस लिए इस मिल्कियत की बारिकियों को,
दिल से शुक्रिया अदा करना चाहिए यहां।
ज्ञान दर्पण में उम्मीद बनाएं रखने में,
इसकी सोहबत में रहना चाहिए यहां।
रिवाज और रिवायतों से एतबार छोड़कर ,
कुछ लोग हमदर्दी पर यकीन करने में लगे हुए रहते हैं।
साफ-सुथरी सियासत में,
आगे सोचने में परहेज़ करते हैं।
इस कारण से इस नुक्स निकालने की कोशिश,
खत्म करने में मदद करनी चाहिए यहां।
कुछ गलतियां हुई है फिर भी,
इसकी हिफाजत ख़ुद को ख़ुद से करना चाहिए यहां।
— डॉ. अशोक, पटना