इतिहास
सारा सच की यह एक,
सबसे खूबसूरत व बेजोड़ धार है,
इस इल्म को हासिल करने में,
लोगों की झलक मिलती है,
कह सकते हैं भीड़भाड़ है।
इतिहास साक्षी है कि,
आज़ हम-सब अपने पूर्वजों के पन्ने पलटते हैं।
इस इल्म को हासिल करने वाले,
इतिहास का जिक्र करते हुए,
अतीत की दुनिया में,
घटित होने वाली घटनाओं पर,
नीर-क्षीर विश्लेषण करते हैं।
इतिहास है तो ज़िन्दगी की,
अतीत की कहानियां कहती हैं।
समन्दर पार कर इस ताकत से,
हमें ज्ञान दर्पण में,
समेटती हुई आवाज देने में,
सबसे पहले रहती है।
इतिहास रचा जाएगा जब,
नया आयाम स्थापित किए जाते हैं।
इस खूबसूरत इल्म पर,
सब खुशियां और सुकून से,
रूबरू होते हुए अपनी कहानियां,
सबके सामने बताते हैं।
सारा सच के महासागर में,
इतिहास साक्षी है आज़ भी यहां।
इसकी वजह से ही,
अतीत की कहानियां,
बड़ी सी उम्मीद बनाएं रखने में,
हमेशा आगे बढ़ रही है यहां।
यही कारण है कि सब लोग,
इतिहास की दुहाई देते हुए,
अपना पक्ष रखते हैं यहां।
हमेशा सबसे आगे बढ़ने में,
इसकी वजह से ही इस जहां में,
आगे की राह पर चलने वाले,
सफलताएं अक्सर पाते हैं यहां।
विचारों और सांस्कृतिक विरासत में,
इस इतिहास की बड़ी खूबियां हैं।
नज़रों से अगर उम्मीद से देखा जाए तो,
दुनिया खूबसूरत बन जाती है,
सब कहते हैं कि इस गुणों से ही दुनिया में,
आज़ इसकी सब बन गई सहेलियां हैं।
— डॉ. अशोक, पटना