राष्ट्र नायक अटल
प्रखर वक्ता, मृदभाषी, दृढ़ निश्चयी, सिंद्धांत पुरोधा,
नीति नियम के महारथी, अटल नाम के थे सारथी।
दूरदृष्टा अटल ने पोखरण परमाणु परीक्षण से
अमेरिका को भी हैरान कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण देकर हिंदी का परचम फहरा दिया।
चतुर्भुज सड़क योजना और नदी जोड़ो परियोजना से
राष्ट्र के विकास को गाँवों से सीधे जोड़ने
और जल संरक्षण को बृहद आयाम दे दिया।
कारगिल युद्ध में पाक को नाकों चने चबवा दिया।
उनके बेबाक भाषण शैली, चुटीले अंदाज का
पक्ष हो या विपक्ष, इस अजातशत्रु का दीवाना था,
कवि हृदय अटल पहले विदेश मंत्री और फिर
तीन बार प्रधानमंत्री बन देश का नेतृत्व किया।
पद्य विभूषण और भारत रत्न से उन्हें नवाजा गया,
नाम के अनुरुप ही अटल जी का नाम
भारत की आत्मा में रच बसकर अटल हो गया,
राष्ट्र नायक अटल जी का नाम सदा-सदा के लिए
धूमकेतु सा अटल बन जीवंत हो गया
अटल नाम अटल और अमर हो गया।