केरल के बेहाल बुजुर्ग अविरल
इन वीरान गांवों में वृद्धों की मदद को आयोग,
देश के सबसे शिक्षित राज्य में ये कैसा संयोग।
आज 94 फीसदी साक्षरता से हुआ ये सम्पन्न,
शिक्षित युवाओं के पलायन का संत्रास उत्पन्न।
इक्कीस लाख घरों में सिर्फ बुजुर्ग बचे हुए हैं,
गांव-गांव पलायन का दंश झेल वीरान हुए हैं।
इन वीरान गांवों में वृद्धों की मदद को आयोग,
देश के सबसे शिक्षित राज्य में ये कैसा संयोग।
लाखों घरों में सिर्फ ताले लटके नजर आते हैं,
अंतहीन भौतिक लिप्साओं के अवशेष पाते हैं।
उन्हें ही शिक्षा ने जहां दे दी हैं प्रगतिशील सोच,
देखों बुजुर्गो के पैरों में अनजाने ही आई मोच।
इन वीरान गांवों में वृद्धों की मदद को आयोग,
देश के सबसे शिक्षित राज्य में ये कैसा संयोग।
नीति-नियंताओं की नाकामी का ये हैं परिणाम,
युवाओं को योग्यतानुरुप देश न दे रहा हैं काम।
जन्मभूमि का सम्मोहन भी रोक न पाता ध्यान,
एकाकीपन का त्रास झेंल कैसे करें अभिमान।
— संजय एम तराणेकर