मुक्तक/दोहा

दोहे

फूलों से बगिया सजे और वृक्ष से बाग |
झुलसायेगी पेड़ बिन, यह गर्मी की आग ||

रोजगार की बात पर, चुप क्यों है सरकार,
कहे सिलेंडर कम करो, महंगाई की मार ||

आम आदमी की व्यथा, समझो करो विचार |
जेब पिता की रिक्त है, क्या खाए परिवार ||

फिल्मकार कुछ दान दें, कम हो निर्धन छोभ |
नकली हीरो है सभी, सबको धन का लोभ ||

व्याकुल भूखे लोग ये,हैं शरीर कंकाल |
अंतड़िया सूखी पड़ी, नहीं जिस्म पर खाल ||

धैर्य टूटता जा रहा,मुश्किल में सन्तान |
खतरा नस्लों पर बढ़ा,और हिन्दु अन्जान ||

पाक बांग्ला देश की, बंद करो घुसपैठ |
पाक कर रहा साजिशे, मेरे घर में बैठ ||

— शालिनी शर्मा

शालिनी शर्मा

पिता का नाम-स्वर्गीय मथुरा प्रसाद दीक्षित माता का नाम -श्रीमती ममता दीक्षित पति का नाम-श्री अनिल कुमार शर्मा वर्तमान स्थायी पता- केऐ-16 कर्पूरी पुरम गाजियाबाद फोन न0- 9871631138 जन्म एंव जन्म स्थान-09.04.1969, परीक्षित गढ़ गाजियाबाद उप्र शिक्षा एवं व्यवसाय-बीएससी बीएड़,अध्यापिका व सहायक NCC आफिसर (13 यूपी गर्ल्स बटालियन) प्रकाशित रचनाएं एवं विवरण-अमर उजाला काव्य में 48 रचनायें प्रकाशित, विभिन्न पत्रिकाओं में रोज रजनाएं प्रकाशित होती हैं,दो तीन सम्मान प्राप्त

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