मुक्तक/दोहा

युद्ध

युद्ध का आगाज हो गया है,
मौत का आग़ाज़ हो गया है।
पाक बौखलाया दिख रहा,
हार का आग़ाज़ हो गया है।

चायना मेड़ हथियारों से कब तक लड़ेगा,
जे 16 जेट धराशायी, वो कब तक लड़ेगा।
लाहौर पर भारतीय सेनाओं का हमला शुरू,
वेंटिलेटर पर पाकिस्तान, कब तक लड़ेगा।

समझा नहीं भारत की ताक़त, और सहनशक्ति,
पानी रोक कर बतायी ताक़त, और सहनशक्ति।
जितने उड़ाये ड्रोन तुर्की के, खोखले बेकार निकले,
सियालकोट तक घुस कर ठोका, और सहनशक्ति।

— डॉ. अ. कीर्तिवर्द्धन