आगे भी साथ निभाना साथिया
अब तक साथ चले हैं मिल-जुल,
आगे भी साथ निभाना साथिया।
वादा किया था सात जन्मों तक,
साथ रहेंगे वादा निभाना साथिया।
सुख में, दुःख में साथ निभाएंगे,
भूल न जाना ये वादा साथिया।
एक-दूसरे बिन एक पल चैन नहीं,
प्रीत की डोर ऐसी बांधना साथिया।
मेरी हर सांस में तुम-ही-तुम बसते हो,
जीवन भर साथ निभाना साथिया।
धुंधलाई-सी हुई यह जिंदगी है,
सूरज बन रोशनी बन जाना साथिया।
तुम से ही है रोशन मेरा जहां सजना.
पल भर भी मुझ से दूर न जाना साथिया।
बना रहे पल-पल का साथ हमारा-तुम्हारा
सार्थक करना साथ निभाना साथिया।
— लीला तिवानी