मदहोश हर पल कौन है……………
पैर में ये बाँध आया आज पायल कौन है
कर गया चुपचाप हमको आज पागल कौन है
चढ़ गया उनको नशा ये आशिकी रंग लाएगी
डूबा गहरे प्यार में मदहोश हर पल कौन है
छा रही काली घटा बनकर कही तुम तो नहीं
उमड़ता फिर बरसता घनघोर बादल कौन है
हो गया मुहब्बत में मै तो दीवाना खूब यूँ
घर को अपने ही जलाया मुझ सा पागल कौन है
यूँ निगाहें आज तुमको खूब ढूंढे इस कदर
है कठिन मालूम करना आज कायल कौन है
“दिनेश “