कविता

होली

होली रंगों का हंसी मौसम लाती तो है।
थोड़ी ही सही हर दिल को भाती तो है।

वे जो कहीं मुंह मोड़ चुके हैं रंगों से;
हल्का सा उनको भी गुगगुदाती तो है।

जीवन बेरंग किसी को अच्छा नहीं लगता;
रंगीन ज़िन्दगी सभी को लुभाती तो है।

काश ! सातरंगों सी हो सभी की ज़िन्दगी;
दुआ भी कभी अपना असर दिखाती तो है।

न मुहं मोड़ना रंगों से कभी सदा के लिए;
माना कुछ घटनाएं हमें बहुत रूलाती तो हैं।

आए होली मिटे वैर औ परेशानियां सभी की;
रंगों भरी होली खुशी का पैगाम लाती तो है।

कामनी गुप्ता***
जम्मू !

कामनी गुप्ता

माता जी का नाम - स्व.रानी गुप्ता पिता जी का नाम - श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता जन्म स्थान - जम्मू पढ़ाई - M.sc. in mathematics अभी तक भाषा सहोदरी सोपान -2 का साँझा संग्रह से लेखन की शुरूआत की है |अभी और अच्छा कर पाऊँ इसके लिए प्रयासरत रहूंगी |