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“हिंदी सेवी संस्था कोश” के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित

वैश्विक स्तर पर असंख्य हिंदी सेवी संस्थाएं हिंदी के विस्तार व उन्नयन हेतु प्रशंसनीय कार्य कर रही हैं I हिंदी को स्वीकार्य बनाने एवं इसके फलक को विस्तृत करने में इन संस्थाओं का महत्वपूर्ण अवदान है I इनके सतत प्रयासों तथा अथक परिश्रम से ही हिंदी ज्ञान- विज्ञान के राजपथ पर कुलांचे भरने लगी है I इन संस्थाओं के कार्यों एवं उल्लेखनीय उपलब्धियों का आकलन करने के उद्देश्य से मैंने हिंदी सेवी संस्था कोश का निर्माण किया था I पांच वर्षों की निरंतर साधना के बाद यह कोश वर्ष 2009 में प्रकाशित हुआ था I इस कोश में हिंदी भाषा व देवनागरी लिपि के प्रचार – प्रसार हेतु कार्यरत 103 सरकारी – गैरसरकारी हिंदी सेवी संस्थाओं, संगठनों, विभागों आदि का प्रामाणिक विवरण प्रस्तुत किया गया है I हिंदी में पहली बार संस्था कोश जैसी नई संकल्पना को आकार दिया गया है I इस कोश को अद्यतन किया जा रहा है I वैश्विक स्तर पर कार्य कर रही हिंदी सेवी संस्थाओं को भी इसमें शामिल किया जाएगा, साथ ही भारत में भी कुछ ऐसी संस्थाएं हैं जिसकी प्रविष्टियाँ इसमें सम्मिलित नहीं हो पाई थीं I अतः भारत और विश्व स्तर पर हिंदी भाषा और देवनागरी लिपि के प्रचार – प्रसार व उन्नयन के लिए कार्य कर रही संस्थाओं, संगठनों, विभागों आदि के अधिकारियों से अनुरोध है कि वे यथाशीध्र संस्था का विवरण डाक अथवा ईमेल से भेजें I विवरण के साथ पत्राचार का पिन कोड सहित पूरा पता, ईमेल, दूरभाष और मोबाइल नं.अवश्य लिखें I
भवदीय
(वीरेन्द्र परमार)
संपर्क-सूत्र:
वीरेंद्र परमार
मकान सं.1091, टाईप- 5
एन एच – 4, फरीदाबाद- 12100
मोबाइल: 9868200085
ईमेल: [email protected] / [email protected]

*वीरेन्द्र परमार

जन्म स्थान:- ग्राम+पोस्ट-जयमल डुमरी, जिला:- मुजफ्फरपुर(बिहार) -843107, जन्मतिथि:-10 मार्च 1962, शिक्षा:- एम.ए. (हिंदी),बी.एड.,नेट(यूजीसी),पीएच.डी., पूर्वोत्तर भारत के सामाजिक,सांस्कृतिक, भाषिक,साहित्यिक पक्षों,राजभाषा,राष्ट्रभाषा,लोकसाहित्य आदि विषयों पर गंभीर लेखन, प्रकाशित पुस्तकें :1.अरुणाचल का लोकजीवन 2.अरुणाचल के आदिवासी और उनका लोकसाहित्य 3.हिंदी सेवी संस्था कोश 4.राजभाषा विमर्श 5.कथाकार आचार्य शिवपूजन सहाय 6.हिंदी : राजभाषा, जनभाषा,विश्वभाषा 7.पूर्वोत्तर भारत : अतुल्य भारत 8.असम : लोकजीवन और संस्कृति 9.मेघालय : लोकजीवन और संस्कृति 10.त्रिपुरा : लोकजीवन और संस्कृति 11.नागालैंड : लोकजीवन और संस्कृति 12.पूर्वोत्तर भारत की नागा और कुकी–चीन जनजातियाँ 13.उत्तर–पूर्वी भारत के आदिवासी 14.पूर्वोत्तर भारत के पर्व–त्योहार 15.पूर्वोत्तर भारत के सांस्कृतिक आयाम 16.यतो अधर्मः ततो जयः (व्यंग्य संग्रह) 17.मणिपुर : भारत का मणिमुकुट 18.उत्तर-पूर्वी भारत का लोक साहित्य 19.अरुणाचल प्रदेश : लोकजीवन और संस्कृति 20.असम : आदिवासी और लोक साहित्य 21.मिजोरम : आदिवासी और लोक साहित्य 22.पूर्वोत्तर भारत : धर्म और संस्कृति 23.पूर्वोत्तर भारत कोश (तीन खंड) 24.आदिवासी संस्कृति 25.समय होत बलवान (डायरी) 26.समय समर्थ गुरु (डायरी) 27.सिक्किम : लोकजीवन और संस्कृति 28.फूलों का देश नीदरलैंड (यात्रा संस्मरण) I मोबाइल-9868200085, ईमेल:- [email protected]