सब सपनों के सौदागर हैं…
राजनीती की मंडी में, सब सपनों के सौदागर हैं,
वादों और इरादों वाले सब सपनों के सौदागर हैं।
सत्ता सुख पर ग्रहण लगे तो दुश्मन से गले मिले,
टुकड़े डाल घुमाने वाले सब सपनों के सौदागर हैं।।
जनता को क्यों शौक चढ़ा है जात-पात में बटनें का,
क्या नेताओं ने खौफ गढ़ा है जात-पात में बटनें का।
आपस के कुछ झगड़ों को जातीयता में मत ढालो,
सपनें सच करना हो तो ना जात-पात में बटनें का।।
कदम बढ़ा हुँकार करो, श्री राम नाम जयकार करो,
राम राज्य जो ला पाए उसे आगे बढ़ स्वीकार करो।
मायावी के माया से हमें बच-बच आगे बढ़ाना है,
श्री राम राज्य वैभव का मुक्त कंठ गुणगान करो।।
हर हर महादेव जो बोले, राम उसी के हो लेते,
श्री राम भक्त कष्टों को महादेव सहर्ष पी लेते।
गंगा जैसी पावन अब राजनीति ना मिलती है,
ढोंग रचाने वालों से प्रभु राम दूरियां कर लेते।।
प्रदीप कुमार तिवारी
करौंदी कला, सुलतानपुर
7978869045