प्यार समझा वो ग़लत था।
प्यार की बातों को हमने प्यार समझा वो ग़लत था।
साथ में था जो उजाला यार समझा वो ग़लत था।।
अब ज़मी पर तो न आते आसमानो के सितारे,
जब सितारों को न पाया हार समझा वो ग़लत था।
तुम रहो चाहे कही पर, याद में हम मिलेंगें।
मर गये तो ग़म नही है, बाद में हम मिलेंगें।।
जब ख़ुदा पूछे तुम्हें, तुम अकेले क्यो खड़े हो?
घूमकर तुम देख लेना, साथ में हम मिलेंगें।
……………….मानस