लघुकथा

दुगनी खुशी

किन्नर का समूह रामू के यहाँ बच्चा हुआ तो नाचने गाने के साथ उसके घर पर पहुँचा ।शगुन बतौर इनाम मांगा।रामू  ने कहा- साड़ी औऱ इनाम दिया।जो की कम था।वरिष्ठ किन्नर ने कहा- अरे भाई , हम क्या रोज- रोज तो नही आते। किसी के यहाँ बच्चा जन्मा हो तो ही हम आते है। इससे हमारे समूह को मदद मिलती  है। हमारे यहाँ भी हमारे जैसे बाहर से आते है।हमे उनका स्वागत करना होता है।उन्हें वापस अपने गाँव भेजने पर हमारी आँखों मे आँसू आ जाते है।मेल -फिमेल  के नौकरी  के कॉलम में हमारा उल्लेख नही रहता।हमारे जीवन पर फ़िल्म उद्योग फ़िल्म भी बनाता है।मगर हमारे आर्थिक स्तर में बढ़ोत्तरी नही हो पाती। हमारी दुनिया अलग है।

रामू भाई आप हमारी आर्थिक रूप से मदद करोगे तो ऊपर वाला आपको आर्थिक रूप से मजबूत करेगा। हम सब शिक्षित है।इंग्लिश भी हमें आती है।किंतु ये हमारा पेशा है लोगों को दुआएं देना।हमे संघर्ष करने की आदत होगई।मगर हमारे दिलों में स्वाभिमान बरकरार है। हमारे भाई लोग इतने सुंदर लगते है।मानों सुंदरी धरती पर आ गई हो।हम अपने परिवार में खुश रहते।नाचते गाते,संवरते रहते है।
किन्नर की बात रामू को सच लगी।रामू ने कहा-मेरे यहाँ कई वर्षो कब बाद बच्चा हुआ है।मै अपनी खुशी से शगुन बतौर आप सभी को इनाम देता हूँ। वरिष्ठ किन्नर के साथ सभी किन्नरों ने मिलकर बधाई और दुआ रामू के परिवार को खुशी पूर्वक देकर एक बार फिर नृत्य किया,औऱ गाना गाया।शगुन की खुशी मदद के रूप में देकर रामू का ह्रदय में खुशी समाहित ही गई।
— संजय वर्मा”दृष्टि”

*संजय वर्मा 'दृष्टि'

पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि " 2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा 3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446 4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /antriksh.sanjay@gmail.com 5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन ) 6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग ) 7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक " खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित -संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक -काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच