शिवरात्रि शुभरात्रि
शैलपुत्री की
उपासना से होती है
शक्ति पूजा।
शैलबाला
गिरिराज हिमालय की
पुत्री है।
पौराणिक कथानुसार-
माँ शैलपुत्री
पूर्वजन्म में
दक्ष प्रजापति की
पुत्री सती थी।
इनका विवाह
भगवान शिव से
हुआ था।
यज्ञ के आयोजन में
दक्ष द्वारा
शिव को
अपमानित करने से
सती ने
योगाग्नि में
अपने शरीर को
भस्म कर दिया।
सती अगले जन्म में
हिमालय पुत्री के रूप में
अवतरित हुई
और शैलपुत्री के नाम से
जगत प्रसिद्ध हुई ।
इन्हें पार्वती भी कहते है।
महाशिवरात्रि
मानव और देवता के बीच
प्रेम-संबंध,
फिर विवाह का पर्व है!
मानवी पार्वती
और महादेव शिव।