कविता

इनकम टैक्स

आज राजनीति
‘व्यवसाय’ तो है ही !
पर इनमें
टटपूँजीपतियों का
दूर तक
स्थान नहीं है,
वे प्रखंड
और जिला स्तर तक
दलाल बने रह सकते हैं !
यहाँ तो
गाँवों में
लोगों के ईमान तक
बिक जाते हैं,
फिर राजनीति में
शुचिता की बात करना
बेमानी है, भाई !
डीजे की आवाज से
मेरे घर तक
हिलने लगते हैं
और बुजुर्ग पिता जी के
हृदय के स्पंदन की
रफ्तार
खूब बढ़ जाती है !
हम डीजेरोधी घर
बनाने में सक्षम नहीं हैं,
तो भूकम्परोधी घर
खाक बनाएंगे !
इस गरीब देश में
दहेजवाली
और खर्चीली शादी पर
सामाजिक बहिष्कार हो !
कोई चाहे
अपना धन ही
क्यों न खर्च
कर रहा हो।
यह धन का
अपव्यय है।
प्राइवेट व्यक्ति के यहाँ
होनेवाले
शादी-समारोहों में भी
‘खर्च’ की सीमा
तय हो !
एक सीमा के
बाद के खर्च पर
‘इनकम टैक्स’
लगनी चाहिए !

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.