अजानकारीवश
हर व्यक्ति के
विचार और स्वभाव
भिन्न-भिन्न होते हैं,
चाहे वो जुड़वाँ भाई
या बहन ही क्यों न हो ?
कि अंधविश्वास भी
एक ‘आस्था’ है !
रुपये-पैसे से आप
महाजन कहला सकते हैं,
महान तो कतई नहीं !
क्या हम जानते हैं ?
एक पोस्टकार्ड को
बनाने में
बारह रुपये पंद्रह पैसे का
खर्च है,
पर हम पचास पैसे में
खरीदते हैं
और फ़रमाइशी
फ़िल्मी गीतों में
फूँक डालते है !
ऐसी कई बातें हैं,
जिसे हम
नहीं जानते हैं
और अजानकारी के कारण
बहुत कुछ
बर्बाद कर डालते हैं
और कई को
असम्मानित कर डालते हैं !