जानवर या शेर
प्यार, जवानी
और कोविड
एक जैसे हैं-
ये तीनों
जब भी बढ़ते हैं,
‘लॉकडाउन’ करके ही
मानते हैं !
साला की वाइफ के
नंदोशी की वाइफ के
इकलौते भाई
कौन हुए ?
भक स्साला !
उदास फिरता है अब,
मोहल्ले में
बारिश का पानी !
कि कागज की
कश्ती चलानेवाले-
मोबाइल से
इश्क़ कर बैठे !
मनुष्य की समझ
सिर्फ यही है
कि उसे जानवर कहो,
तो वो बौखला जाएंगे,
पर उसे शेर कहो,
तो आपको
शाबासी देंगे !
प्रेम-यात्रा में
चल निकला हूँ,
501वीं परीक्षा-
दे निकला हूँ।
बारिश और
रुमानियत का
अरसे बीत गया,
सूरज तो रोज देखा,
इंद्रधनुष देखे-
बरसों बीत गया।