नर में नारायण
“नर में नारायण को राम-राम सलाम”
श्री राम स्वामी (श्री आर. वेंकट रमन) के कई वर्षों के बाद श्री राम नाथ (श्री कोविंद) भारत के प्रथम नागरिक बन भारत को ‘रामराज्य’ के स्वप्न को साकार करने आए हैं।
कहते हैं, 14 वर्ष वनवास झेले त्रेता के श्रीराम के जीवन की एक गलती कि उनसे दलित शम्बूक प्रताड़ित हुए थे, आज भारत के 14 वें नाथ (राष्ट्रपति) श्री राम (कोविंद जी) उस शम्बूक परिवार के सदस्य हैं…. यह तो स्वत: त्रेता में हुए अकस्मात घटना को लेकर प्रायश्चित है, तो त्रेताई शम्बूक के प्रति सच्ची आदरांजलि भी !
इसके साथ ही देश के तीनों शीर्षस्थ पदों पर भारतीय जनता पार्टी परिवार के सदस्य पहली बार एकसाथ आ रहे हैं, इस most fastest राजनीतिक पार्टी के प्रति भी अशेष शुभकामना !
20 जुलाई 1969 यानी आज की तारीख ही ! चंद्रमा पर पहला मानव कदम ! बकौल ‘नील आर्मस्ट्रांग’ (भावश:)- “यह सिर्फ एक मानव का चंद्रमा पर पहुंचना भर नहीं, अपितु सम्पूर्ण मानवता की विजयगाथा और उनकी पहचान है !”