फँसबुक (व्यंग्य)
यह फेसबुक
‘फँसबुक’ है ।
कुँवारी लड़कियाँ
यहाँ एक से एक
फोटो डालती हैं,
वो तो समझ में
आ रही है,
कुँवारे लड़के की
स्थिति भी
इसी ढंग की है,
परंतु जब
शादी-शुदा
महिलाएं
और पुरुष जब
एक से एक
श्रृंगारिक फ़ोटो
पोस्ट करती है,
तो उसे क्या कहेंगे ?
जब उन पर लाइक
आने लगती है,
तो उनके क्रमश:
पति-पत्नी भी
विचलित होंगे !
तो क्या वैसी
महिलाओं के लिए
कहा ही जा सकता-
लाइक इस ऑलवेज !