संवदिया जी
हिंदी पत्रिका ‘संवदिया’ को राष्ट्रीय पटल पर और वेब दुनिया तक पहुँचानेवाली सम्मानित सम्पादिका श्रीमती अनीता पंडित; अहिन्दीभाषी होकर भी हिंदी भाषा और साहित्य की इस कदर सेवा कर रही हैं कि एक हिंदीभाषी को भी इनसे ईर्ष्या हो जाय !
असमियाभाषी अनीता मैडम की पकड़ हिंदी के इतर बांग्ला और अँग्रेजी भाषा में भी है । उनकी अभिरुचि पर्यटन में भी है तथा वे देश के अनेकानेक पर्यटन क्षेत्रों की यात्रा कर चुकी हैं।
पुस्तक ‘लव इन डार्विन – नाट्य पटकथा’ की समीक्षित भूमिका श्रीमती अनीता पंडित द्वारा ही लिखी गयी है । बकौल, अनीता जी (पुस्तक की भूमिका से)– “…. पूरे विश्वास के साथ कह सकती हूँ कि यदि इस नाट्य पटकथा की प्रस्तुति हो तो इसे अपार सफ़लता प्राप्त होगी।”
वहीं भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक व वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई के जन्म-शताब्दी दिवस पर सादर नमन ! उनपर डाक-टिकट जारी हुआ है, तो भारत सरकार ने ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया है! google ने उनपर आज doodle बनाया।