सवाल-जवाब- 2
प्यारे बच्चो,
आयुष्मान-बुद्धिमान-सेवामान,
हमें जब भी आपके जानने योग्य सामग्री मिलती है, हम पत्र के द्वारा आपके लिए प्रस्तुत करते हैं. आज फिर प्रस्तुत हैं नए सवाल और उनके जवाब-
1. भारत में पहली ट्रेन कब और कहां से चली थी?
भारत में 16 अप्रैल 1853 को पहली यात्री ट्रेन बोरी बंदर (बॉम्बे) और ठाणे के बीच 34 किमी की दूरी पर चली थी. यह साहिब, सुल्तान और सिंध नामक तीन इंजनों द्वारा संचालित की गई थी.
2. कहां मिला है दुनिया को एक और महासागर?
नैशनल ज्यॉग्रैफिक सोसाइटी ने विश्व महासागर दिवस 8 जून, 2021 को इसने दक्षिणी महासागर को दुनिया के पांचवें महासागर के रूप में मान्यता दी. इससे पहले के चार महासागर अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर, भारतीय महासागर और आर्कटिक महासागर हैं.
3. भारत की प्राचीन गुप्त सुरंगों के बारे में कुछ ज्ञान
राजाओं और शासकों ने अपने महलों या किलों में गुप्त मार्गों का निर्माण किया था. भारत में, कई ऐसे किले हैं जिनमें गुप्त मार्ग के साक्ष्य मिले हैं जिन्हें सुरंग कहा जाता है. हाल ही में ऐसा एक दिल्ली विधानसभा में देखने को मिला है.
4. क्या आप दुनिया के सबसे खूबसूरत 10 रेलवे स्टेशनों के बारे में जानते हैं?
दुनिया में कई ऐसे अद्भुत और खूबसूरत रेलवे स्टेशन हैं जो अपने आप में एक आकर्षण के केंद्र हैं. इन रेलवे स्टेशनों को विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया है और विश्व स्तर पर वास्तुशिल्प चमत्कारों के रूप में मान्यता भी प्राप्त है. आइये इस लेख के माध्यम से दुनिया के सबसे खूबसूरत रेलवे स्टेशनों के बारे में जानते हैं.
दुनिया के सबसे खूबसूरत रेलवे स्टेशन
1. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुंबई (भारत)
2. ग्रांड सेंट्रल टर्मिनल, न्यूयॉर्क (यूएस)
3. कुआलालंपुर स्टेशन, कुआलालंपुर (मलेशिया)
4. सेंट पैनक्रास इंटरनेशनल स्टेशन, लंदन (यूके)
5. रामसेस स्टेशन, काहिरा (मिस्र)
6. कानाज़ावा स्टेशन, इशिकावा (जापान)
7. हेलसिंकी सेंट्रल स्टेशन (फिनलैंड)
8. डुनेडिन स्टेशन, डुनेडिन (न्यूजीलैंड)
9. यूनियन स्टेशन – लॉस एंजिल्स (यूएसए)
10. किंग्स क्रॉस स्टेशन (लंदन)
5. ओलंपिक पदक का व्यास और मोटाई –
स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक 85 मिलीमीटर व्यास के होते हैं और मोटाई 7.7 मिमी से 12.1 मिमी तक होती है।
6. गोल्ड मेडल का निर्माण-
गोल्ड मेडल गोल्ड प्लेटेड शुद्ध चांदी से बनाया जाता है, जिसमें कुल 556 ग्राम वजन में से लगभग 6 ग्राम सोना होता है।
7. जानें भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित ऐसी सामग्री के बारे में जो खुद को ठीक कर सकती है
भारतीय वैज्ञानिकों ने नई सामग्री पीजोइलेक्ट्रिक मॉलिक्यूलर क्रिस्टल (Piezoelectric molecular crystal) विकसित किया है जो यांत्रिक क्षति से उत्पन्न हुए इलेक्ट्रिक चार्ज से खुद को ठीक करते हैं.
आशा है सवाल-जवाब के इस पत्र से आपको बहुत-सी नई जानकारियां मिली होंगी. आप सबके ज्ञान बढ़ने की शुभकामना के साथ आपकी दादी-नानी जैसी-
लीला तिवानी