भूल जाते हम आप को अगर यह कोई दिल्लगी होती
कैसे भूलें हम आप को – जब यह दिल की लगी बन चुकी है
साँसों में ही हमारे – अब तो समा चुके हैं आप
मुलाकात हमारी और आप की – अब तो मोहब्बत बन चुकी है
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बात मत कीजिये आप हमसे – उन अधूरे ख़्वाबों की
सुलघती हुई वोह राख – अब तो चिंगारी बन चुकी है
फरक़ यह ही तो है – हमारी और आप की सोच में
दोस्ती हमारी और आप की – अब तो प्यार बन चुकी है
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बेवफा हम तो कभी भी – कह नही सकते हम आप को
इसलिये अब तो यह – हमारी ही बन चुकी है
हर कोई सिखा रहा है हम को – तरीक़ा ज़िन्दगी जीने का
सुन लेना दूसरों की बात को- हमारी कमज़ोरी बन चुकी है
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रिश्ता इस तरह का बन चुका है – हमारा और आपका मदन
हर बात आप की धडकन – हमारे दिल की बन चुकी है
याद कर करके आप को – आँसू बहाते हैं हम रात दिन
इन्तज़ार करना आप का – दीवानगी हमारी बन चुकी है