संगीत
(शिशु गीत)
संगीत है जीवन की परिभाषा,
जीने की एक अभिलाषा,
संगीत है आत्मा, संगीत परमात्मा,
मन को सुकून देकर करे अवसाद का खात्मा.
संगीत जग का है वरदान,
संगीत एक कला है महान,
संगीत धीर भी है गंभीर भी है,
संगीत प्यासे का नीर भी है,
मां मुझको एक मुरली मंगा दे.
मैं मोहन बन जाऊंगा,
मुरली की मधुरिम लय पर मैं ,
सृष्टि को नचाऊंगा.