तरीका है वह जीने का!
तरीका है वह जीने का!
सभी सीखने लगे हैं, हाय रे!
हर बात पर सिर हिलाते
हाँ, हाँ कर स्वर में स्वर मिलाते
जरूरत पड़ने पर नाटक चलाते
अपने आपको बचाने में
थोप देते हैं अपनी गलतियाँ भी
आसानी से दूसरों पर
नकली को असली साबित करते
मीठे स्वर में बोलना हाँ, हाँ
सरल तरीका है वह
इस दुनिया में जीने का
झूठ बोलकर भी
अपने आपको संभालकर चलना
चालाकी है वह, बुद्धिजनों की।
बहुत कुछ बदला है जग में
दिमाग से चलना, दिमागों से खेलना
विशेषता है आधुनिक युग की
दूसरे को बेवकूफी बनाना
भविष्य के प्रति सुख भोग की लालसा
अधिकार अजमाने की कुटिल अभिलाषा
मन की बड़ी विकृति है,
युद्ध है यह दिमागों का
ख़तरा है आगामी पीढ़ी का
मनुष्य होकर साथ – साथ चलना
पराजितों की कल्पना मानने लगे
भिन्नता में एकता स्थापित करना
भली – भांति समझना आसान नहीं होता
असहाय जनता का
सबके साथ चलने के मोह में
एक दौड़ है, श्रम के जाल में उनका।