नया बर्ष
बाय बाय पुराना कह नया बर्ष को मनाना चाहिए
कमी हुई जो सोच फिर खुद को आज़माना चाहिए.
अतीत मोह से नवल युग में पग लेकर चलो
आदतों में पाया सा होकर ही सब जमाना चाहिए.
बाय बाय पुराना कह नया बर्ष को मनाना चाहिए
नियम लिए ही बढ़ते हुए आगे को निभाना जाने
प्रेम और श्रम की दौलत को मिल बढ़ाना चाहिए.
मन ख्वाहिशों को अपना कोई स्वाद लाना चाहिऐ
बाय बाय पुराना कह नया बर्ष को मनाना चाहिए
आस्था धर्म मन लेकर मानवता को अपना कर
लब गान लेकर सुर से सुर को मिलाना चाहिए.
मुश्किल में परामर्श ले सियाना कोई सहारा चाहिए .
बाय बाय पुराना कह नया बर्ष को मनाना चाहिए
अजनबीपन और दुरी का होना सा दोस्ती में आदत
आँखों में धूल झोकना सा पाया न बहाना चाहिए.
प्रेम और सहयोग से मुल्क देशप्रेम निभाना चाहिए .
बाय बाय पुराना कह नया बर्ष को मनाना चाहिए
— रेखा मोहन