कविता

मेरा परिवार

मेरा परिवार ही मेरा संसार है
मेरी सुख,दुख का वो भागीदार है
जीवन में आती उससे बहार है
प्यार और संस्कारों की  मिसाल है
परिवार खुश तो मन प्रसन्न होता दुख हो तो परिवार ही गम बांटना है
परिवार से ही त्यौहारों की खुशी है
दिवाली के दिये सी बिखरती रोशनी है
परिवार अगर बिखर जाये तो जीवन बेकार है
सारे गुण हम अपने परिवार से पाते है
अगर कोई विछडता परिवार ही उसको सम्भालता है
छोटी छोटी खुशी में परिवार खुश होता है
परिवार के साथ रहकर हर मुश्किल से लड़ पाते है
परिवार के बिना किसी का कोई अस्तित्व नहीं है
वो खुशहाल परिवार होता जिसमें सब एक साथ रहते है
हर मुसीबत में डटकर परिवार सामना करता है
परिवार के बिना कोई अस्तित्व नहीं है
मेरा परिवार ही मेरा संसार है
— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश