कविता

बुजुर्ग हमारी थिंक टैंक और शान है

बुजुर्ग हमारी थिंक टैंक और शान है
अनुभवों और तजुर्बों की खान है
परिवार का बड़प्पन और महान है
जो बुजुर्ग दिव्यांगों की सेवा करें वह महान है
बुजुर्गों का सम्मान करना भारतीयता पहचान है
बुजुर्ग हमारी आन बान शान है
बुजुर्गों की सेवा में ही सर्वाधिक पुण्य समाया है
हमने बुजुर्गों की सेवा कर परम सुख पाया है
दिव्यांगजन और राष्ट्रीय वायोश्री योजना के तहत
वरिष्ठ नागरिकों को सहायक सहायता उपकरण
वितरण सामाजिक अधिकारिता शिविरमें हुआ है
दिव्यांगजन और बुजुर्ग सशक्तिकरण हो रहा है
— किशन सनमुख़दास भावनानी

*किशन भावनानी

कर विशेषज्ञ एड., गोंदिया