सारा सिस्टम गलत है
-: सारा सिस्टम गलत है:-
पिछले महीने मेरा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से भोपाल जाना हुआ। रायपुर रेल्वे स्टेशन से ट्रेन अपनी गति से चल पड़ी। साथ ही चल पड़े यात्रियों के ठहाके और बातचीत का कभी न खत्म होने वाला सिलसिला।
एक समूह में आज की स्थिति के बारे में चर्चा चल रही थी।
पेट्रोल, प्याज, क्रिकेट, राजनीति, महंगाई और मानवीय मूल्यों पर गंभीर बहस के बाद अब मुद्दा था- भ्रष्टाचार। खिड़की के पास बैठे एक अधेड़ सज्जन कह रहे थे, ‘‘सारा सिस्टम गलत है। देश को बरबाद कर रहे हैं ये अफसर लोग। नीचे से लेकर ऊपर तक सारे भ्रष्ट। हैं। ये अफसरशाही बन्द होनी चाहिए।’’
अभी इनका लेक्चर चल ही रहा था कि टिकिट चेकर आ गया। सभी अपनी-अपनी टिकिट दिखाते गए। जब उन सज्जन की बारी आई तो उन्होंनेे जेब से एक मुड़े-तुड़े सौ रुपये का नोट टिकिट चैकर को थमा दिए और वे भी बिना कुछ बोले यंत्रस्थ भाव से आगे बढ़ गए।
अब वे सज्जन शांत भाव से बाहर का प्राकृतिक सौंदर्य निहारने लगे।
मैं सोचने लगा कि सिस्टम कैसे गलत होता है ?
डाॅ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़