जय गणेश- भाव गीत
हे गणदेव गजानन गणेश,
विघ्नहरण हो तुम दाता,
तुम ही गुरु हमारे हो प्रभु,
तुम ही बंधु-पितु-माता.
सबसे पहले पूजन पाते,
आनंद-अमृत हो बरसाते,
सब पर कृपा करने वाले,
कृपा-सिंधु तुम हो कहलाते.
— लीला तिवानी
नई दिल्ली
हे गणदेव गजानन गणेश,
विघ्नहरण हो तुम दाता,
तुम ही गुरु हमारे हो प्रभु,
तुम ही बंधु-पितु-माता.
सबसे पहले पूजन पाते,
आनंद-अमृत हो बरसाते,
सब पर कृपा करने वाले,
कृपा-सिंधु तुम हो कहलाते.
— लीला तिवानी
नई दिल्ली