उत्कृष्ट व रोचक रही अन्तस् की अनवरत चलने वाली मासिक(52वीं) गोष्ठी
वरिष्ठ साहित्यकार, सिद्धहस्त व्यंग्यकार डॉ हरीश नवल जी की अध्यक्षता में आयोजित ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, बिहार, ग़ाज़ियाबाद, हापुड़ इत्यादि से उपस्थित कलमकारों ने अपने काव्य की प्रस्तुति दी। लगभग 2 घंटे चली इस रस-सिक्त गोष्ठी में विशिष्ट अतिथि रहीं पंचकुला, हरियाणा से एम के साहित्य अकादमी की अध्यक्ष डॉ प्रतिभा गुप्ता माही।
देव-दीपावली, गंगा स्नान तथा गुरु पर्व के पावन दिवस पर आयोजित इस गोष्ठी का उत्तम संयोजन व प्रभावी संचालन रहा संस्था की अध्यक्ष, कवयित्री पूनम माटिया का।
संगीतमय सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर सब का मन मोह लिया श्री राम लोचन जी ने।
डॉ प्रतिभा पाराशर(हाजीपुर, बिहार), श्रीमती वंदना कुँअर रायजादा, श्री डीपी सिंह, डॉ नीलम वर्मा, श्रीमती सोनम यादव, डॉ मीना शर्मा, श्रीमती सुशीला श्रीवास्तव, श्री राम लोचन और डॉ पूनम माटिया ने अपने-अपने अंदाज में गीत, ग़ज़ल, मुक्तक, दोहे, छंदबद्ध व छंदमुक्त कविता, गद्यात्मक कविता प्रस्तुत कर गोष्ठी में रंग भरे।
हापुड़ से वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अशोक मैत्रेय की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और उत्कृष्टता दी।
साथ ही उपस्थित रहे श्री दुर्गेश अवस्थी, डॉ दिनेश शर्मा, श्रीमती सुनीता अग्रवाल तथा अन्य।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ नवल ने विस्तार से सभी की प्रस्तुतियों का विश्लेषण करते हुए सराहना की कि समय का ध्यान रखते हुए विभिन्न विषयों, रसों और विधाओं में कविता पढ़ी गयी। अंतस् के प्रयासों को रेखांकित करते हुए अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
ऐसा बहुत कम ही होता है जब कोई रचनाओं की अच्छाइयों के साथ-साथ एक-आध कमियों पर भी प्रकाश डाले किंतु बहुत ही सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए हरीश नवल जी ने कार्य भी बख़ूबी किया।
डॉ अशोक मैत्रेय जी ने अपने आशीर्वाद से पोषित किया।
अंत में देवेंद्र प्रसाद सिंह जी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही नेपथ्य से सदैव सक्रिय संस्था के संरक्षक श्री नरेश माटिया तथा टेक्निकल सपोर्ट के लिए तरंग माटिया को भी धन्यवाद प्रेषित किया।