2 thoughts on “दो हाइकु

  • विजय कुमार सिंघल

    वाह! वाह!! कम शब्दों में अधिक कथ्य .

    • मनीष मिश्रा मणि

      शुक्रिया विजय कुमार सिंघल जी ..उत्साहवर्धन के लिए..

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