चलो कोरोना को हराते हैं
चलो, आज कोरोना को हराते हैं उठाते हैं कुछ मजबूरियाँ बंद हो जाते हैं कमरों में कुछ दिनों तक ताकि
Read Moreचलो, आज कोरोना को हराते हैं उठाते हैं कुछ मजबूरियाँ बंद हो जाते हैं कमरों में कुछ दिनों तक ताकि
Read Moreहम खेलते मिट्टी में और उछालते कूड़ा ये न समझो शरारत है पर हम पागल है! कभी नाचते सड़क पर
Read Moreक्यों? राख हथेली पर रखूँ सवाल करूँ हल्के फुल्के उलझे अपनों से, अभी राख चंद मिनटों में उड़ जायेगी या घुल
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