दो लघुकथाएं
बच्चों के लिए…(लघुकथा) घर में पिछले दिन से न आटा था और न ही कुछ और था खाने के लिए
Read Moreबच्चों के लिए…(लघुकथा) घर में पिछले दिन से न आटा था और न ही कुछ और था खाने के लिए
Read Moreतूफान चलने लगा जो बाहर के बर्फीले तूफान से भी भयंकर था। वह कमला को छोड़कर नहीं जा सकता था
Read Moreअगस्त महीने का पहला सप्ताह बरसात अपने पूरे शबाब पर थी ।पहले रिमझिम रिमझिम फुहारें गिरने लगीं । फिर धीरे-धीरे
Read Moreडॉ जगदीश ने दाखिल किए मरीज को ड्रिप लगाया और कुछ हिदायतें नर्स को देकर अपने आफिस में जाकर कुर्सी
Read More“दस गज जमीन ही थी उसके परिवार की बर्बादी की सारी जड़…. । काश वह पहले सोच लेता और थोड़ा
Read Moreकौशल्या का घर परिवार बगीचे की तरह था जिसमें फल फूलों से लदे पेड़ थे और बगीचे में बहार ही
Read More