मुक्तक/दोहा डॉ. अशोक कुमार शर्मा 05/05/2023 मुक्तक १. क्या कहूं, क्या न कहूं सोचते रहता हूं। मन ही मन से गुफ्तगू करते रहता हूं। कौन आकर मुझे Read More
कविता डॉ. अशोक कुमार शर्मा 05/05/2023 लाड़ली हमें बच्चियों को, मुस्कान देना चाहिए। यहां हर दिन, उत्सव सा माहौल, रखना चाहिए। यहीं हमारी बेटियों को, सम्मान मिलेंगी। Read More