बातुक वचन मास्क जरूरी
एक था बातुक! उसे दोस्ती थी मिहनती से। वह जब कहीं जाता? मेहनती को अपने साथ ले जाता। एक दिन वे दोनोंजा रहे
Read Moreएक था बातुक! उसे दोस्ती थी मिहनती से। वह जब कहीं जाता? मेहनती को अपने साथ ले जाता। एक दिन वे दोनोंजा रहे
Read Moreभूख से पेट व्याकुल , प्यास से सूखते होंठ दो रोटी ही माँग रहे , शब्दों को तो रोक। पेट
Read Moreअदृश्य करोना से जंग का ऐलान है बंदी यह आपके हमारे और भविष्य की सलामती का पैगाम है बंदी। जानलेवा
Read Moreमनुष्य का जीवन शायद समझौता के लिए ही बना जिसे हर कदम पर करना ही होता है चाहे वह प्रकृति
Read Moreजिनके हृदय श्रीराम वसै तिन और का नाम लियो न लियो।।यह पंक्ति हमारे अराध्य की महत्ता को दर्शाता है। दो
Read Moreइरादे जिनके नेक उनको मंजिल से भेंट सियासत की,स्वभाव में वो धार कहाँ ? जो अड़िग होसलों को रोक पाते।
Read Moreपूरे विश्व की रफ्तार,रूक गयी देखो एक वायरस के आगे,जीवन लाचार देखो।। विज्ञान ही सबकुछ है, आकर यहाँ देखो आज
Read Moreजगत के पालनहारी जय जय जय भोले भंडारी। ललाट चंद्र, जटा गंग मुख तेज, नेत्र त्रिअंग हाथ त्रिशूल डमरू मृगछाल
Read Moreबीस बीस का भारत अपना सभी मुल्को पर तीस हो ना पड़े जरूरत किसी की ऐसी प्रगति चहुँ ओर हो।
Read Moreगणतंत्र का सत्तरवाँ साल उमंग उत्सव वेमिशाल जोश से भरे चेहरे खिले तिरंगा देख मौज मस्ती करते मिले। जनतंत्र का
Read More